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संदेशखाली की घटना के पीछे भाजपा नेता ‘सुवेंदु अधिकारी’ के हाथ का आरोप, वायरल वीडियो में ख़ुलासा

 04 May 2024

संदेशखाली का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भाजपा मंडल अध्यक्ष को कहते हुए सुना जा सकता है कि संदेशखाली की घटना के पीछे पश्चिमी बंगाल के ‘भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी’ का हाथ है। अध्यक्ष ने कहा कि सुवेंदु ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख सहित तीन अन्य टीएमसी नेताओं पर रेप के आरोप में फ़साने के लिए तीन-चार महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था। वीडियो के सत्यापन की पुष्टि नहीं की जा सकी है, लेकिन टीएमसी नेता वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर कर रहे हैं।



वीडियो के बाद भाजपा सवालों के घेरे में


देश में चर्चित संदेशखाली की घटना ने ममता बनर्जी की टीएमसी पार्टी को बैकफुट पर लाकर रख दिया था। टीएमसी नेताओं पर संदेशखली में कुछ महिलाओं के साथ यौन उत्पीडन का आरोप लगा था। जिसे भाजपा ने राष्ट्रीय मुद्दा बना लिया था। लेकिन वायरल वीडियो के बाद भाजपा सवालों के घेरे में आ चुकी है। वीडियो में भाजपा नेता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “नंदीग्राम विधायक सुवेंदु अधिकारी ने खुद संदेशखाली में एक घर में बंदूकें रखी थीं, जिसे बाद में केंद्रीय एजेंसियों ने जब्ती के रूप में दिखाया।"


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "चौंकाने वाला संदेशखाली स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी सड़ांध है। बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति अपनी नफ़रत में, 'बांग्ला-विरोधियों' ने हमारे राज्य को हर तरीके से बदनाम करने की साजिश रची है।" उन्होंने कहा, "भारत के इतिहास में पहले कभी भी दिल्ली में एक सत्तारूढ़ दल ने पूरे राज्य और उसके लोगों को बदनाम करने की कोशिश नहीं की है। इतिहास गवाह रहेगा कि कैसे बंगाल दिल्ली के षड्यंत्रकारी शासन के ख़िलाफ़ गुस्से में उठेगा और भाजपा को बंगाल से बाहर कर देगा।



संदेशखाली घटना को भाजपा ने बनाया था बड़ा मुद्दा


देश में चुनाव का मौसम है, ऐसे में भाजपा ने संदेशखाली घटना को चुनाव में ज़ोर-शोर से उठाया। भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने संदेशखाली का दौरा भी किया था , जहाँ वे पीड़ितों से भी मिले थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की थी लेकिन प्रधानमंत्री मणिपुर की पीड़ित महिलाओं से आज तक मिलने के लिए नहीं गये हैं। जबकि मणिपुर आदिवासी महिलाओं के साथ जो हुआ था, उससे पूरा देश सकते में था। भीड़ ने महिलाओं के साथ गैंगरेप किया, यहाँ तक की उनकी नग्न परेड भी करायी। पीड़ित महिलाओं के सामने उनके परिजनों की हत्या की गयी। लेकिन पीएम मोदी तो क्या भाजपा का कोई नेता तक उनसे मिलने नहीं गया।


सिर्फ़ इतना ही नहीं कर्नाटक में यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रज्ज्वल रेवन्ना को भाजपा गठबंधन ने अपना प्रत्याशी बनाया है। प्रज्वल के लिए पीएम मोदी ने प्रचार भी किया था। इसके अलावा अभी तक महिला पहलवानों ने जो आरोप भाजपा नेता बृजभूषण पर लगाये हैं उसपर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गयी है।


वायरल वीडियो पर सुवेंदु ने क्या कहा

सुवेंदु ने वायरल वीडियो को झूठा बताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “सत्या को तरोड़ा-मरोड़ा जा सकता है और झूठ पैदा किया जा सकता है। लेकिन झूठ ज़्यादा दिनों तक नहीं रह पाता है। अंत में सत्य की जीत होती है।”